यह एक तार वाला वाद्ययंत्र है, जिसे हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में प्रमुखता से उपयोग किया जाता है। इसकी मधुर और अनुनादी ध्वनि होती है।
यह भारतीय ताल वाद्ययंत्रों की एक जोड़ी है, जो हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में लय प्रदान करने के लिए केंद्रीय है।
यह एक सरल बांसुरी है, जो भारतीय संगीत में अपनी मधुर और आत्मा को छूने वाली ध्वनि के लिए जानी जाती है।
यह बिना फ़्रेट वाला तार वाला वाद्ययंत्र है, जो अपनी गहरी और भावनात्मक ध्वनि के लिए जाना जाता है।
यह एक रीड वाला वाद्ययंत्र है, जिसे अक्सर शुभ अवसरों और समारोहों में बजाया जाता है।
यह पश्चिमी वाद्ययंत्र है जिसे भारतीय शास्त्रीय संगीत, विशेषकर कर्नाटक संगीत में व्यापक रूप से अपनाया गया है।
यह एक प्रकार का हैमर्ड डुलसीमर है, जिसका उपयोग कश्मीरी लोक संगीत और हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत दोनों में किया जाता है।
यह एक प्राचीन तार वाला वाद्ययंत्र है, जो मुख्य रूप से कर्नाटक शास्त्रीय संगीत में उपयोग किया जाता है।
यह एक दोतरफा ड्रम है, जो कर्नाटक शास्त्रीय संगीत में प्राथमिक ताल वाद्ययंत्र है।
यह एक मिट्टी का बर्तन है, जिसका उपयोग कर्नाटक संगीत में एक ताल वाद्ययंत्र के रूप में किया जाता है।
यह एक तार वाला वाद्ययंत्र है जिसे धनुष से बजाया जाता है, और यह अपनी मधुर ध्वनि के लिए जाना जाता है जो मानव आवाज के समान है।
यह एक संशोधित स्लाइड गिटार है, जिसे भारतीय शास्त्रीय संगीत के लिए अनुकूलित किया गया है।
यह दक्षिण भारत का एक लंबा, दोहरे-रीड वाला वाद्ययंत्र है, जिसे अक्सर मंदिरों और शादियों में बजाया जाता है।