कंप्यूटर समय के साथ कैसे विकसित हुआ, इसकी कहानी यहाँ दी गई है:
यह सबसे पुराना गिनती करने वाला औजार था (लगभग 2400 ईसा पूर्व)।
ब्लेज़ पास्कल ने 1642 में पहली मैकेनिकल कैलकुलेटर बनाई।
1672 में बनी यह मशीन गुणा और भाग भी कर सकती थी।
चार्ल्स बैबेज (जिन्हें 'कंप्यूटर का जनक' कहते हैं) ने 19वीं सदी में इन्हें बनाया। एनालिटिकल इंजन पहला आम-मकसद वाला कंप्यूटर था।
हर्मन होलेरिथ ने 1890 में इसे बनाया, इसने पंच कार्ड का इस्तेमाल किया और आधुनिक डेटा प्रोसेसिंग की नींव रखी।
यह 1937-1942 में बना पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था।
1946 में बना यह पहला आम-मकसद वाला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था।
यह 1951 में आया पहला व्यावसायिक कंप्यूटर था।
कंप्यूटर के विकास को अलग-अलग पीढ़ियों में बांटा गया है, जो उनमें इस्तेमाल हुई मुख्य तकनीक पर आधारित हैं।
🔧 तकनीक: वैक्यूम ट्यूब (Vacuum Tubes)
📖 विशेषताएँ: ये कंप्यूटर बहुत बड़े, महंगे थे, खूब गर्मी पैदा करते थे और धीमे चलते थे। ये मशीन भाषा समझते थे।
🔧 तकनीक: ट्रांजिस्टर (Transistors)
📖 विशेषताएँ: ये छोटे, तेज़ और कम गर्मी पैदा करने वाले थे। इनमें असेंबली भाषा और कुछ शुरुआती उच्च-स्तरीय भाषाएँ (जैसे FORTRAN, COBOL) इस्तेमाल हुईं।
🔧 तकनीक: एकीकृत परिपथ (Integrated Circuits - ICs)
📖 विशेषताएँ: ये और छोटे, तेज़ और भरोसेमंद हो गए। ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित हुए और कीबोर्ड व मॉनिटर का इस्तेमाल आम हो गया।
🔧 तकनीक: माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessors - VLSI)
📖 विशेषताएँ: इस पीढ़ी में पर्सनल कंप्यूटर (PCs) बने। ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) और नेटवर्किंग की शुरुआत हुई।
🔧 तकनीक: कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence - AI) और समानांतर प्रोसेसिंग (Parallel Processing)
📖 विशेषताएँ: इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंसानों जैसी भाषा समझना, रोबोटिक्स और एक साथ कई काम करने की क्षमता पर जोर दिया गया।
कंप्यूटर को उनके आकार, शक्ति और काम के हिसाब से कई तरह से बांटा जा सकता है।
ये सबसे आम कंप्यूटर हैं, जो व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए बने हैं। जैसे: डेस्कटॉप, लैपटॉप, टैबलेट, स्मार्टफोन।
ये माइक्रो कंप्यूटर से बड़े और शक्तिशाली होते हैं, लेकिन मेनफ्रेम से छोटे। इनका इस्तेमाल छोटे और मध्यम व्यवसायों में होता है।
ये बहुत बड़े और ताकतवर कंप्यूटर होते हैं जो ढेर सारे डेटा को प्रोसेस कर सकते हैं। बड़े संगठनों, बैंकों और सरकारी दफ्तरों में इनका इस्तेमाल होता है।
ये सबसे तेज़ और सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर हैं, जो मुश्किल वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग समस्याओं को हल करने के लिए बने हैं। जैसे: मौसम का अनुमान लगाना, परमाणु रिसर्च।
ये खास कामों (जैसे ग्राफिक्स डिजाइन, इंजीनियरिंग) के लिए बने उच्च प्रदर्शन वाले कंप्यूटर हैं।
ये ऐसे कंप्यूटर हैं जो नेटवर्क पर दूसरे कंप्यूटरों (क्लाइंट्स) को सेवाएं और संसाधन देते हैं।
कंप्यूटर डिवाइस हार्डवेयर के वो हिस्से हैं जो कंप्यूटर सिस्टम को बनाते हैं और उसे काम करने में मदद करते हैं। इन्हें इनके काम के हिसाब से बांटा जा सकता है।
एक कंप्यूटर मुख्य रूप से चार बुनियादी काम करता है, जिन्हें 'इनपुट-प्रोसेस-आउटपुट चक्र' (IPO Cycle) कहते हैं। स्टोरेज भी इसका एक अहम हिस्सा है।
बाहरी दुनिया से डेटा और निर्देश कंप्यूटर में लेना।
लिए गए डेटा पर काम करना ताकि वह उपयोगी जानकारी बन सके।
बनी हुई जानकारी को यूजर को दिखाना या किसी और डिवाइस पर भेजना।
भविष्य में इस्तेमाल के लिए डेटा और निर्देशों को सहेज कर रखना।
कंप्यूटर के सभी हिस्सों के कामों को संभालना और व्यवस्थित करना।